नीमच ।  यूं तो केंट टी आई योगेंद्र सिंह सिसौदिया रोजाना शाम ढलते ही ठंडी हवाओं के हिलोरे के बीच अपने स्तर पर केंट अमले के साथ यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखने हेतु विशेष अभियान चलाते हुए शहर में भ्रमण पर निकलते हैं। किंतु वहीं दूसरी ओर शहर में प्रमुख चौराहे और बाजारों में वाहन चालकों का सड़को पर बेतरतीब तरीके से वाहन खड़े करने वालों के साथ ही दुकानदारों के विरूद्ध कठोर कदम उठाया जाना चाहिए
बैंको के बाहर नहीं है पार्किंग व्यवस्था, ग्राहक करते हैं सड़क पर वाहन खड़े,शहर में स्थित टैगोर मार्ग पर सी आर पी रोड़ से लेकर कमल चौक तक अनेकों बैंक संचालित हो रही है वही दशहरा मैदान रोड के अलावा डॉ,अंबेडकर रोड पर भी कई प्राइवेट बैंक के खुल चुकी है लेकिन इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि बैंकों के बाहर वाहनों की पार्किंग नहीं बना रही है। जिससे कि बैंकों में आने वाले ग्राहकों को मजबूरी बस सड़कों पर ही वाहन पार्किंग करने पड़ते हैं जिससे सड़कों से गुजरने वाले अन्य वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है सबसे ज्यादा गंभीर स्थिति टैगोर मार्ग कमल चौक के आसपास स्थित बैंकों के यहां देखने को मिलती है यातायात अमले को चाहिए कि यहां वाहन चालकों ओ पहली नजर में दोषी मानने से पूर्व बैंको को लेकर भी सख्त कदम उठाएं *ताजा तरीन मामला 2 जून शुक्रवार को देखने में आया* कि पंजाब बैंक के बाहर वाहनों का दबाव अधिक था ऐसी स्थिति में सेमली चंद्रावत के एक किसान को अपना वाहन टीवीएस विक्टर एमपी 44 एमबी 1123 मजबूरी में सड़क पर खड़ा करना पड़ा बैंक का काम निपटा कर जब बाहर आया तो वहां मौजूद यातायात टीम के द्वारा किसान के वाहन को उठाकर क्रेन में रख दिया और थाने आने के लिए पाबंद कर दिया लेकिन किसान से पहले कार्यवाही का दोषी बैंको को होना चाहिए जिन्होंने बैंक केतो खोल रखी है आम रोड पर लेकिन पार्किंग की व्यवस्था नहीं की है जिसका खामियाजा बैंकों में आने वाले ग्राहकों को भुगतना पड़ता है
*सफेद लाइन के उल्लघंन और व्यस्त गलियों में हालत गंभीर*
देखने में आता है कि यातायात व्यवस्था को सही तरीके से संचालित करने हेतु अपने स्तर पर भले ही काफी प्रयास किए हैं लेकिन कहीं ना कहीं वाहन चालक यातायात के निर्देशों की धज्जियां उड़ाने के लिए सचो सदैव तैयार नजर आते हैं यातायात पुलिस ने मुख्य मार्गों पर सफेद लाइन डाल रखी है ताकि लोग सफेद लाइन के दायरे में रहकर वहां खड़े करें लेकिन शहर में हर जगह सफेद लाइन को नजरअंदाज कर सड़कों पर लोग वहां खड़े कर अपने काम निपटाने में लग जाते हैं वही व्यवस्था मे किस तरह से यातायात पुलिस का मखौल उड़ाया जा रहा है इसका एक उदाहरण बंगला क्षेत्रो में प्रवेश करने पर दुकानों के बाहर भी देखने में आया है कि दुकानों के बाहर बेतरतीब तरीके से वहां खड़े कर दिए जाते हैं और दुकानदार अपने व्यवसाय करने के उद्देश्य से ग्राहकों को समझाइश देना मुनासिब नहीं समझते हैं । बता दे कि डेल्टा वाली गली में आए दिन विवाद की स्थिति बनती रहती है। यातयात महकमे के जवाबदार सुबेदार मोहन भ्ररावत को इस ओर भी ध्यान देने की आवश्यकता है।