नीमच। फर्जी रसीदों के जरिए बैंक से एक करोड़ से अधिक का लोन लेकर धोखाधड़ी करने वाले बहुचर्चित मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। फर्जीवाड़ा कर सरकारी बैंक को चूना लगाने वाले विशम्भर वेयर हाउस के संचालक को 13 मार्च को गुपचुप तरीके से कोर्ट पेश कराने की तैयारी चल रही है। 420 का आरोपी लंबे समय से फरार है। कैंट पुलिस इस आरोपी को अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई। गबन तथा फर्जीवाड़े के मुख्य आरोपी विशंभर शर्मा के खिलाफ स्थानीय पुलिस कदम उठाएगी या नहीं यह बड़ा सवाल है, क्योंकि विशम्भर के खिलाफ 5 साल पहले 420 के तहत मुकदमा दर्ज किया था। लंबी फरारी के बाद भी कैंट पुलिस आरोपी तक नही पहुंच पाई। अब इस मामले में आरोपी विशम्भर की पेशी 13 मार्च को होने वाली है। ऐसे में बिना पुलिस की गिरफ्त में आए ही गुपचुप तरीके से विशंभर को कोर्ट में पेश करने की तैयारी चल रही है। सर्वविदित है कि साल 2018 में विशम्भर वेयर हाउस के संचालकों ने फर्जी रसीदों के जरिए नीमच सिटी स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की भगवानपुरा शाखा से एक करोड़ से अधिक लोन लेकर धोखाधड़ी की थी। आरोपी ने परिवार के सदस्यों के नाम पर लोन लिया था। इसका खुलासा शाखा स्तर की जांच में हुआ है। जांच के बाद बैंक प्रबंधन की शिकायत पर कैंट थाने पर आरोपी के खिलाफ 420 के तहत धोखाधड़ी के तहत मामला दर्ज किया, लेकिन पुलिस ने आरोपी को आज तक गिरफ्तार नहीं किया। अब विशंभर को मामले में 13 मार्च को न्यायालय में पेश कराने की तैयारी चल रही है।

ऐसे किया फर्जीवाड़ा-
बताया जा रहा है कि विशम्भर वेयर हाउस मालिक विशम्भर शर्मा ने सर्वे नंबर 167/1 गांव रावतखेड़ा स्थित वेयर हाऊस निर्माण के लिए 1 करोड़ 27 लाख 50 हजार का लोन लिया था। बताया जा रहा है कि लोन लेते समय जो रसीदें लगाई गई थी। वह पूरी तरह से फर्जी थी। इसके अलावा बैंक में लोन की एक भी किश्त जमा नहीं की गई।

आरोपी फरार है-
2018 में 420 का कोई मामला दर्ज हुआ था। फिलहाल मेरे संज्ञान में नहीं है। आरोपी फरार है, तो उसे गिरफ्तार करेंगे।
सौरभ शर्मा, कैंट थाना प्रभारी, नीमच।