
नीमच। निकटवर्ती नीमच जिले के जावद विधानसभा से कांग्रेस मुखिया कमलनाथ के आग्रह पर अपना नामांकन पर्चा उठाने वाले राजकुमार अहीर का दोगलापन आखिरकार सामने आ ही गया। मतदान के बाद उनका एक ऑडियो वायरल हुआ जिसमें वे अपने समर्थकों से भाजपा प्रत्याशी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा का साथ देते स्पष्ट सुनाई दे रहे हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए पार्टी हाइक कमान ने राजकुमार को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। राजकुमार अहीर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है। पार्टी के मुखिया कमलनाथ की बात मानते हुए उन्होंने अपना नामांकन पर्चा वापस ले लिया लेकिन उनके मन में पार्टी प्रत्याशी समंदर पटेल के प्रति मनमुटाव खत्म नहीं हुआ। हालांकि पटेल ने उन्हें काफी मान सम्मान भी दिया लेकिन वह एक भी बार चुनाव प्रचार के दौरान उनके साथ नहीं आए और अपनी डफली अलग ही बजाते दिखे। हालांकि उनकी वफादारी को लेकर काफी पहले से ही पार्टी कार्यकर्ता सतर्क थे लेकिन समर्थकों को गुपचुप रूप से भाजपा प्रत्याशी को समर्थन देने की बातें आखिरकार सामने आ ही गई। मतदान से पहले ढाणी गांव के एक व्यक्ति से उनकी बातचीत का ऑडियो जमकर वायरल हो रहा है । इसमें राजकुमार अपने एक कट्टर समर्थक को दिशा निर्देश देते सुनाई पड़ रहे हैं। उन्होंने अपने समर्थक से कहा कि गांव में 500 लोग हैं, सखलेचा से धर्मशाला के नाम पर₹500000 लेकर उसका समर्थन करने की बात स्पष्ट सुनाई पड़ रही है। हालांकि समर्थक भी सखलेचा की खिलाफत करता दिख रहा है लेकिन राजकुमार उसे धर्मशाला के नाम पर बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं। राजकुमार साफ तौर पर समंदर पटेल के स्थान पर सखलेचा का समर्थन करते सुनाई पड़ रहे है। अपनी इस बातचीत के दौरान भाजपा के बागी पूर्ण अहीर की बगावत पर भी सवाल उठा रहे है। आपको बता दे कि राजकुमार अहीर को मतदान से पहले पार्टी ने प्रदेश के किसी अन्य विधानसभा का प्रभारी बना दिया था। इसके बावजूद भी वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आए और अपने समर्थकों को फोन पर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान के लिए गाइड करते रहे। पता चला है कि स्थानीय कांग्रेस द्वारा उनका यह ऑडियो पार्टी हाई कमान को भेजा गया है। पार्टी हाई कमान ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एक आदेश जारी कर राजकुमार अहीर को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया।