
नीमच। गुटबाजी के नाम से पूरे प्रदेशभर में मशहूर हमारा नीमच जिला एक बार फिर से सुर्खियों में है। “करते हो तुम कन्हैया” और नाम मेरा हो रहा है। ऐसा कही और नही बल्कि नीमच में हो रहा है। जीं हा। इन दिनो कांग्रेस नीमच जिला प्रभारी नूरी खान ओर दावेदारो से भेदभाव को लेकर सुर्खियों में बनी है। उन पर आरोप लगे है कि वह नीमच विधानसभा दावेदार उमरावसिंह गुर्जर के पक्ष में काम कर रही है। और उमराव गुट के लोगो को तवज्जो दे रही है। जिसमें सोशल मिडिया पर एक फोटो नूरी खान के साथ उमरावसिंह गुर्जर का वायरल किया जा रहा है। जिसमें नूरी खान उमरावसिंह गुर्जर को राखी बांधते और मिठाई खिलाते हुए नजर आ रही है। इस मामले में सोशल मिडिया पर ही यह खंडन किया जा रहा है कि नूरी खान ने न सिर्फ उमरावसिंह गुर्जर को बल्कि राजकुमार अहीर, बालकिशन धाकड़, समंदर पटेल और मंगेश संघई को भी राखी बांधी है। लेकिन सवाल यह उठता है कि उमरावसिंह गुर्जर का ही क्यों फोटो नूरी खान के साथ वायरल किया जा रहा है। उमराव समर्थक नूरी खान के साथ फोटो वायरल कर आखिर नीमच विधानसभा दावेदारो को क्या संदेश देना चाहते है? बात सिर्फ नीमच विधानसभा की अगर की जाए तो नीमच में भानू प्रतापसिंह राठौर, हरीश दुआ, नंदकिशोर पटेल, तरूण बाहेती और मधु बंसल भी कांग्रेस से दावेदार है। लेकिन राखी सिर्फ नीमच विधानसभा दावेदार उमरावसिंह गुर्जर को बांधी गई और अन्य दावेदारो को राखी नही बांधी गई। ऐसा प्रचारित भी उमराव गुर्जर समर्थक ही कर रहे थे। इसका मतलब यह समझा जाना चाहिए की नूरी खान ने नीमच विधानसभा से सिर्फ उमराव को राखी बांधी है और अगर किसी और को भी बांधी है तो वह तस्वीर वायरल क्यो नही हुई।
जब सोशल मिडिया पर यह हवा चली की नूरी खान और उमरावसिंह गुर्जर के आपस में भाई बहन वाले रिश्ते है। और टिकट वितरण और उमराव रिपोर्ट में पारदर्शीता नही बनेगी। तब एक समाचार भी प्रकाशित होता है। और कहा जाता है की उमराव गुर्जर ही नही बल्कि सभी से एक समान नूरी खान के रिश्ते है। तो उस समाचार को भी केवल उमराव समर्थक ही वायरल कर रहे है और सभी को बता रहे है कि भाईसाब और नूरी खान के बीच कुछ विशेष नही है।