
नीमच. मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद की स्नेह यात्रा 9 वे दिन जावद विकासखंड के ग्राम ग्वालियर खुर्द से प्रारंभ हुई। स्नेह यात्रा पानोली, महेंद्री, जनकपुर मोरवन, निलिया, निपानिया, सरवानिया बोर, जावी, थड़ोली होते हुए रात को भादवामाता पहुंची और रात्रि विश्राम हुआ। संतों ने घर घर पहुंच बांधे रक्षा सूत्र स्नेह यात्रा जिन गांवों में पहुंची वहां स्वामी सीतानाथ प्रभु, मुरारी हरीदास प्रभु, अमृत कृष्ण प्रभु, रघुनाथ प्रसाद प्रभु ने वनवासियों के घर जाकर, परिवार के सदस्यों को रक्षा सूत्र बांधकर सामाजिक समरसता का संदेश दिया। संतश्री ने ग्रामवासियों को एकता, सामूहिकता, समरसता के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि हम सब एक हैं, जात-पात, ऊंच-नीच, अमीर-गरीब, छूआछूत आदि सभी सामाजिक बुराइयों को समाप्त करना है। ग्रामीणजनों ने यात्रा का स्वागत पारंपरिक वेषभूषा तथा वाद्य यंत्रों के साथ संकीर्तन तथा नृत्य के साथ किया गया। ग्राम नीलिया में स्नेह यात्रा में शैव एवं वैष्णव पंथ का अद्भुत संगम देखने को मिला, जहां भक्तजन भाव विभोर हो उठे। हर-हर महादेव, जयश्री कृष्ण, हरे कृष्णा हरे रामा के जयघोष से पूरा गांव गूंज उठा।
जनजाति परिवारों ने संतश्री का स्वागत कर मनाया रक्षाबंधन
ग्राम निलिया में लाड़ली बहनाओं, लाड़ली लक्ष्मियों एवं बच्चों ने संतश्री का स्वागत किया। संतजनों ने रामलाल भील, कन्हैयालाल भील, नरेंद्र रैगर, रामलाल भील आदि जनजाति परिवारों के बीच पहुंच रक्षाबंधन मनाया। परिवार के सदस्य महिलाओं ने कहा कि हमारे घर प्रभु श्रीकृष्णा के दूत आए हैं। हमें इनका आशीर्वाद मिल रहा है। ग्राम ग्वालियर खुर्द में बच्चों ने स्नेह यात्रा आगमन पर संतश्री का आशीर्वाद लिया। ग्राम किरता में मंजू पति मांगीलाल भील ने संतश्री के आगमन पर अपनी खुशी व्यक्त कर मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। मंजू ने कहा कि जब कभी कोई यात्रा आती है बाहर सडक़ से होकर चली जाती है, परंतु हमने ऐसा पहली बार देखा कि गांव की गली-गली में स्नेह यात्रा आ रही है। संत महाराज हमारे घरों में प्रवेश कर हमें आशीर्वाद दे रहे हैं। यात्रा में गायत्री परिवार जावद से जगदीशचंद्र महावर, बाबूलाल मंदारिया, भेरुलाल चुहारिया, निर्मला देवी चौहान, उषा देवी चचेरिया, रेखा देवी ओझा, नीलिमा देवी चौहान के साथ इस्कॉन, पतंजिल योग समिति, योग आयोग, नवाकुर एवं प्रस्फुटनन प्रतिनिधि, परामर्शदाता सीएमसीएलडीपी स्टूडेंट्स, सामाजिक कार्यकर्ता सहित प्रत्येक ग्राम में बड़ी संख्या में सभी वर्ग, धर्म, संप्रदाय के अनुयायी एवं ग्रामवासियों ने उपस्थित होकर महाराजश्री का आशीर्वाद लिया।