
नीमच. देश सेवा में समर्पित सैनिकों की हर साल राखी बहनों से दूर ही मनती है। हर साल हजारों बहनें अपने हाथों से राखियां तैयार कर सरहद पर तैनात फौजियों को भेजती भी हैं जिससे उनकी कलाइयां राखी पर सूनी न रहे। इस बार केंद्रीय विद्यालय क्रमांक एक नीमच की छात्राओं ने भी वीर जवानों के लिए राखी बनाई है। तैयार राखियां पूर्व सैनिक परिषद के सदस्यों को सीमा पर भेजने के लिए दी गई हैं। नीमच जिले से करीब 10 हजार राखियां जम्मू-कश्मीर और असम की सीमा पर तैनात फौजियों को भेजी जाएगी।
छात्राओं ने बनाई राशि, भेजी जाएंगी सरहद पर
केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक एक नीमच के विद्यार्थियों ने एक अच्छी पहल की है। सरहद पर तैनात फौजियों के लिए स्कूल की बहनों की बनाई गई राखियां बंधेंगी। स्कूल की छात्राओं ने सैकड़ों की संख्या में राखियां बनाई हैं जो सीमा पर देश की रक्षा के लिए तैनात सैनिकों की कलाई पर बंधेंगी। इन राखियों को पूर्व सैनिक परिषद की ओर से डाक से सीमा पर भेजा जाएगा। केवी क्रमांक एक के एनसीसी अधिकारी प्रदीप यादव ने बताया कि रक्षाबंधन आने को है। यह हमारा राष्ट्रीय पर्व है। इस पर्व को मनाने के लिए नीमच के केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक एक ने भी एक अच्छी पहल की है। स्कूल की बहनों (छात्राओं) की बनाई गई राखियां सीमा पर तैनात सैनिकों की कलाई पर बंधेंगी। इन तैयार राखियों को शनिवार को पूर्व सैनिक परिषद के सदस्यों को सौंपा गया। कई बहनें जो अपने सीमा पर तैनात अपने भाइयों को राखी नहीं भेज पाती हैं स्कूल की बहनों की बनाई यह राखियां उन जवानों के पास जाएंगी, ताकि किसी भी फौजी भाई की कलाई सूनी न रहे। वीर सैनिक जो हमारे देश की रक्षा करते हैं। कई बार देश सेवा के लिए रक्षाबंधन जैसे त्योहार पर जो भाई अपने घर नहीं जा पाते हैं यह राखियां उनके लिए खुशियां लेकर आएगी।
पूर्व सैनिक परिषद ने एकत्र की राखी
प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी पूर्व सैनिक परिषद की ओर से जिले के विभिन्न विद्यालयों से सीमा पर तैनात फौजी भाइयों के लिए राखियां एकत्र की गई हैं। इन राखियों को अब पूर्व सैनिक परिषद की ओर से स्पीड पोस्ट के माध्यम से सरहद पर तैनात फौजी भाइयों को भेजा जाएगा। इसको लेकर रविवार को नीमच सिटी मनासा नाका स्थित शहीद पार्क पर पूर्व सैनिक परिषद के सदस्यों ने राखियां और संदेश भेजने का कार्य किया। पूर्व सैनिक परिषद के सदस्य सुनील तिलोरिया ने बताया कि सीमा पर तैनात फौजी भाइयों को छुट्टियां नहीं मिल पाती हैं। वे त्योहारों पर घर नहीं आ पाते, परंतु सीमा पर तैनात रहकर देश की रक्षा करते हैं। ऐसे फौजी भाइयों का मनोबल बढ़ाने के उद्देेश्य से बहनों के प्यार भरे संदेश और राखियां पूर्व सैनिक परिषद सीमा पर भेजने का कार्य कर रहा है। पूर्व सैनिक परिषद पिछले 3 वर्षों से सीमा पर तैनात फौजियों के लिए राखी भेज रहा है। हर वर्ष 10 हजार से अधिक राखियां फौजी भाइयों तक पहुंचाई जाती है। इस वर्ष भी नीमच जिले के सभी विद्यालयों से राखियां और संदेश एकत्रित किए गए हैं। इन्हें स्पीड पोस्ट के माध्यम से जम्मू-कश्मीर में तैनात राष्ट्रीय राइफल यूनिट और असम में तैनात फौजी भाइयों को भेज रहे