नीमच-सरकार छात्रावास में रहने वाले बालकों पर को लाखों करोड़ों रुपए बच्चों के खाने में फूंक रही हैं। तो वही जिम्मेदारों द्वारा छात्रावास में रहने वाले बालकों को कीड़े वाली सब्जी खिलाई जा रही हैं। जी ये मामला नीमच जिले में सामने आया हैं। वही जिम्मेदारों द्वारा हमेशा की तरह जांच की बात कह रहें हैं। अगर छात्रावास के बालक शिकायत नही करते तो कीड़े वाली सब्जी इन बच्चों को परोस दी जाती हैं। वही जिम्मेदारों द्वारा छात्रावास का निरीक्षण नही करने भी बड़ा कारण माना जा रहा हैं। नीमच में ये स्थिती हैं तो ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रावासों में क्या स्थिती हो रही होगी,,जिम्मेदारों को चाहिए कि समय समय पर छात्रावासों का निरीक्षण कर सख्त से सख्त हिदायत दी जाए,,जिससे की स्थिति में कुछ सुधार आए ,,एक तरफ में सरकार लाखों करोड़ों रुपए छात्रावासों में रहने वाले छात्र छात्राओ के भोजन में फूंक रही हैं । तो वही दूसरी ओर बालकों में कीड़े वाली सब्जी परोसी जा रही हैं। मनासा मार्ग स्थित शासकीय अनुसूचित बालक महाविद्यालय छात्रावास एक बार फिर सुर्खियों में है। यहां छात्रों को दिए जाने वाले खाने में परोसी सब्जी में कीड़े निकले हैं। घटना मंगलवार शाम के भोजन की समय की है। जब छात्रों को आलू टमाटर की सब्जी परोसी गई। जिसमें छात्रों ने कीड़े देखें इस पर छात्र भड़क गए। गौरतलब है कि इससे पहले अप्रैल माह में भी इसी तरह दाल में कीड़े निकलने का मामला सामने आया था। जिसकी शिकायत छात्रों के द्वारा कलेक्टर जनसुनवाई में भी की गई थी। दोबारा इस तरह की घटना सामने आना हॉस्टल प्रबंधकों और जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है। वहीं छात्रावास के छात्रों ने इसकी शिकायत जब आदिम जाति जिला संयोजक राकेश राठौर से की तो उन्होंने वास्तविकता जानने के लिए अधिकारी को जांच के लिए छात्रावास भेजा। जांच अधिकारी ने विस्तृत जांच के बाद पाया कि खाने से कीड़े निकले हैं।
कुछ बच्चों ने तो कीड़े वाली सब्जी खाई
छात्र निलेश मेघवाल और विक्रम ने बताया कि मंगलवार को खाने के समय सभी छात्रों ने मैस से सब्जी लेकर अपने कमरे में रख ली। कुछ देर बाद छात्र खाना खाने लगे। उन्होंने देखा कि सब्जी में कीड़े पड़े थे। एक-एक कर सभी छात्रों ने सब्जी को ध्यान से देखा तो सभी की सब्जी में कीड़े थे। जबकि कुछ बच्चे कीड़े वाली सब्जी खा चुके थे। शाम करीब 8 बजे छात्रों ने छात्रावास अधीक्षक रमेश पवार को बुलाकर स्थिति से अवगत कराया।
फिर सभी छात्र अधीक्षक के साथ मैस में गए और कूकर में बची सब्जी देखी, तो उसमें भी कीड़े पाए गए। तो अधीक्षक रमेश पवार ने छात्रों से सब्जी फिकवा दी। वहीं बुधवार सुबह आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी एसएस सोलंकी निरीक्षण करने पहुंचे। तो छात्रों ने एक लिखित आवेदन देकर शाम की घटना से अवगत कराया। इसके बाद जांच अधिकारी सोलंकी ने पंचनामा बनाया। बताया जा रहा है कि अधीक्षक रमेश पवार पिछले कई वर्षों से यहीं पर पदस्थ हैं।
कलेक्टर बोले- अधिकारियों को भेजकर जांच कराएंगे
नीमच कलेक्टर दिनेश जैन ने बताया कि छात्रावासों का संचालन करने की जिम्मेदारी आदिम जाति कल्याण विभाग की है। डीओ को इस ओर ध्यान देना चाहिए। मेरे द्वारा उन्हें निर्देशित किया जाएगा कि ऐसा क्यों हो रहा है। बच्चों के लिए अच्छी से अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। छात्रावासों में बच्चों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। विभागीय अधिकारी को निर्देशित करेंगे। राजस्व विभाग के अधिकारियों को भी छात्रावास भेजकर जांच कराएंगे।
कीड़े निकलना स्वीकार किया
आदिम जाति कल्याण विभाग के जांच अधिकारी और एओ एसएस सोलंकी ने कहा कि शिकायत मिली थी कि खाने में कीड़े निकले हैं। इस संबंध में डीओ सर ने जांच के लिए भेजा था। बच्चों की उपस्थिति में पंचनामा बनाया। बच्चों तथा दैनिक मजदूरी पर काम करने वाली महिला से पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि कीड़े निकले है। महिलाओं ने कीड़े निकलना स्वीकार किया है।
अधीक्षक का इनकार, नहीं निकले कीड़े
पोस्ट मेट्रिक बालक छात्रावास के छात्रावास अधीक्षक रमेश पवार ने कहा कि सब्जी में कीड़े नहीं निकले। बच्चों ने शिकायत की। आलू टमाटर की सब्जी में धनेरिये (गेहूं में पड़ने वाले कीड़े घुण) निकले हैं। खाना शाम को 6 बजे निकाला, तब तक सब ठीक था। बच्चों को डाइनिंग टेबल पर बैठाकर फोटो भी खिंचवाया। तब तक कीड़े नहीं थी, लेकिन 6 बजे मेस बंद होने के बाद में बच्चे रुम में खाना लेकर गए, तो सब्जी में धनेरिये निकल आए। वैसे भी आलू टमाटर की सब्जी में धनेरिये कहां से आएंगे, क्योंकि धनेरिये तो गेहूं में पड़ते है
गौरतलब है कि इससे पहले अप्रैल माह में भी इसी तरह दाल में कीड़े निकलने का मामला सामने आया था। जिसकी शिकायत छात्रों के द्वारा कलेक्टर जनसुनवाई में भी की गई थी। दोबारा इस तरह की घटना सामने आना हॉस्टल प्रबंधकों और जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है। वहीं छात्रावास के छात्रों ने इसकी शिकायत जब आदिम जाति जिला संयोजक राकेश राठौर से की तो उन्होंने वास्तविकता जानने के लिए अधिकारी को जांच के लिए छात्रावास भेजा। जांच अधिकारी ने विस्तृत जांच के बाद पाया कि खाने से कीड़े निकले हैं।
कुछ बच्चों ने तो कीड़े वाली सब्जी खाई
छात्र निलेश मेघवाल और विक्रम ने बताया कि मंगलवार को खाने के समय सभी छात्रों ने मैस से सब्जी लेकर अपने कमरे में रख ली। कुछ देर बाद छात्र खाना खाने लगे। उन्होंने देखा कि सब्जी में कीड़े पड़े थे। एक-एक कर सभी छात्रों ने सब्जी को ध्यान से देखा तो सभी की सब्जी में कीड़े थे। जबकि कुछ बच्चे कीड़े वाली सब्जी खा चुके थे। शाम करीब 8 बजे छात्रों ने छात्रावास अधीक्षक रमेश पवार को बुलाकर स्थिति से अवगत कराया।
फिर सभी छात्र अधीक्षक के साथ मैस में गए और कूकर में बची सब्जी देखी, तो उसमें भी कीड़े पाए गए। तो अधीक्षक रमेश पवार ने छात्रों से सब्जी फिकवा दी। वहीं बुधवार सुबह आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी एसएस सोलंकी निरीक्षण करने पहुंचे। तो छात्रों ने एक लिखित आवेदन देकर शाम की घटना से अवगत कराया। इसके बाद जांच अधिकारी सोलंकी ने पंचनामा बनाया। बताया जा रहा है कि अधीक्षक रमेश पवार पिछले कई वर्षों से यहीं पर पदस्थ हैं।
कलेक्टर बोले- अधिकारियों को भेजकर जांच कराएंगे
नीमच कलेक्टर दिनेश जैन ने बताया कि छात्रावासों का संचालन करने की जिम्मेदारी आदिम जाति कल्याण विभाग की है। डीओ को इस ओर ध्यान देना चाहिए। मेरे द्वारा उन्हें निर्देशित किया जाएगा कि ऐसा क्यों हो रहा है। बच्चों के लिए अच्छी से अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। छात्रावासों में बच्चों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। विभागीय अधिकारी को निर्देशित करेंगे। राजस्व विभाग के अधिकारियों को भी छात्रावास भेजकर जांच कराएंगे।
कीड़े निकलना स्वीकार किया
आदिम जाति कल्याण विभाग के जांच अधिकारी और एओ एसएस सोलंकी ने कहा कि शिकायत मिली थी कि खाने में कीड़े निकले हैं। इस संबंध में डीओ सर ने जांच के लिए भेजा था। बच्चों की उपस्थिति में पंचनामा बनाया। बच्चों तथा दैनिक मजदूरी पर काम करने वाली महिला से पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि कीड़े निकले है। महिलाओं ने कीड़े निकलना स्वीकार किया है।
अधीक्षक का इनकार, नहीं निकले कीड़े
पोस्ट मेट्रिक बालक छात्रावास के छात्रावास अधीक्षक रमेश पवार ने कहा कि सब्जी में कीड़े नहीं निकले। बच्चों ने शिकायत की। आलू टमाटर की सब्जी में धनेरिये (गेहूं में पड़ने वाले कीड़े घुण) निकले हैं। खाना शाम को 6 बजे निकाला, तब तक सब ठीक था। बच्चों को डाइनिंग टेबल पर बैठाकर फोटो भी खिंचवाया। तब तक कीड़े नहीं थी, लेकिन 6 बजे मेस बंद होने के बाद में बच्चे रुम में खाना लेकर गए, तो सब्जी में धनेरिये निकल आए। वैसे भी आलू टमाटर की सब्जी में धनेरिये कहां से आएंगे, क्योंकि धनेरिये तो गेहूं में पड़ते है।
