जावद- विधानसभा के अरनिया मामा देव में पिछले दिनों जमीन विवाद के दौरान कारित हुए, घटनाक्रम और इस दौरान एक युवक की मौत के बाद मामले में पुलिस द्वारा की गई एक पक्षीय कार्यवाही के विरोध में आज मीणा समाज के लोगों ने बड़ी संख्या शहर के मैसी शौरम चौराहे पर एकत्रित हुए, यहाँ से रैली निकालकर एसपी कार्यालय पहुँचे जहाँ सीएसपी को पुलिस अधीक्षक के नाम एक ज्ञापन सौंप मामले निष्पक्ष कार्यवाही की मांग समाज द्वारा पुलिस से की गई…. ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि बालकंवरीबाई विधवा स्व. कचरूला पिता उंकारलाल रावत मीणा उसकी पुत्री पूजा व पुत्र ईश्वर खेत पर कृषि कार्य कर रहे थे, तभी अचानक आरोपीगण रामप्रसाद पिता बगदीराम गायरी, जगदीश पिता बगदीराम गाय रामप्रसाद की पत्नी सुशीलाबाई, जगदीश की पत्नी शिवकन्याबाई व बहन कुषा, रमेश पित बापूलाल गायरी, रमेश पिता गोपाल गायरी, मुकेश पिता नानुराम गायरी, दिनेश पिता नन्दकिश गायरी, कमलेश पिता नन्दकिशोर गायरी, गोपाल पिता भंवरलाल गायरी, भगतराम पिता भवरला गायरी, उदयराम पिता भवरलाल गायरी, नानुराम पिता भवरलाल गायरी, विजय पिता जगदी गायरी, प्रहलाद पिता जगदीश गायरी, विजय पिता दशस्थ गायरी, जीवन पिता दशरथ गाय- परशराम पिता प्रभुलाल गायरी, भोनीराम पिता गौरीलाल गायरी, मन्नालाल पिता काशीराम गाय पुष्कर पिता रामप्रसाद गायरी, यशवत पिता रामप्रसाद गायरी, रामप्रसाद का भाणेज योगे- लक्ष्मीनारायण पिता कालुराम गायरी, दशस्य पिता लक्ष्मीनारायण गायरी व इनके परिवारजन समाज के व्यक्ति सभी एक मत होकर ट्रैक्टर लेकर आये और बालकवरीबाई व पुत्री पूजा व ईश्वर की मौजूदगी में हकाई जुताई करने लगे जिसका विरोध करने पर उक्त आरोपीगण द्वारा एक मत होकर गाली गलौच करते हुए लकड़ी व धारदार दातरी से हमला कर दिया व लात घुसो से मारने लगे व इस बीच देवीलाल भी मौके पर पहुँचा और बीच बचाव करने गया तो उक्त सभी आरोपीगणों के द्वारा देवीलाल को इतना मारा की वह बेहोश हो गया व मरने जैसी स्थिती में छोड़ कर सभी मौके से फरार हो गये। पुष्कर पिता रामप्रसाद गायरी की कमर में धारदार दांतरी बंधी हुई थी और इसके अलावा उक्त घटना का विड़ीयों भी बनाया गया जिसकी सी. डी. भी उक्त रिपोर्ट के साथ प्रस्तुत की गई है। ज्ञापन में बताया गया कि उक्त घटना के समय यदि देवीलाल समय पर बीच बचाव करने नहीं जाता तो मौके पर मौजूद बालकुंवरबाई पुत्री पूजा व पुत्र ईश्वर के साथ में कोई अनहोनी घटना कारित हो सकती थी मारपीट में इन सबको धारदार हथियार से चोटें आई हैं।

*यह है मामला*
कचरूलाल, पिता उंकारलाल जी रावत मीणा के द्वारा उनके स्वामित्व व आधिपत्य की भूमि सर्वे क्रमांक 479 मी. रकबा 0. 360 हैं. सर्वे क्रमांक 490 मी. रकबा 0.050 है. भूमि कुल रकबा 0: 410 है. भूमि को रहन करने हेतु दिनांक 19/03/2015 को एक अनुबंध पत्र बगदीराम पिता कालुराम गायरी के पक्ष में निष्पादीत करवाया गया जिसके पश्चात् उक्त दोनों पक्षों के मध्य विवाद होने लगा व कचरूलाल व बगदीराम की मृत्यु हो गई जिसके पश्चात् उक्त भूमि बाबत बगदीराम गायरी के परिवार के सदस्यों के द्वारा आये दिन विवाद करने लगे व मारपीट करने पर आमादा हो गया जिस दोनों पक्षों के द्वारा पुलिस चौकी सरवानिया महाराज पर रिपोर्ट की गई व श्रीमान चौकी प्रभारी महोदय के द्वारा दोनों पक्षों को समझाईश दी गई व कहा कि दोनो पक्ष आपस में बैठ कर दस-पन्द्रह दिन में विवाद खत्म कर लो नहीं तो दोनों पक्षों के विरुद्ध उचित कार्यवाही कर रिपोर्ट पंजीबद्ध कर दी जायेंगी जिस पर दोनों पक्षों के द्वारा दोनों समाज के वरिष्ठ व्यक्तियों की उपस्थिति में तैयार विवाद को समाप्त करने हेतु तैयार हो गये लेकिन देवीलाल पिता स्व. कचरूलाल जी रावत मीणा के परिवार के सदस्य अम्बालाल पिता गंगाराम जी की मृत्यु दिनांक 05/05/2023 को हो जाने के कारण देवीलाल व परिवार उनके कार्यक्रम में व्यस्त हो गये जिसका आरोपीगण के द्वारा नाजायज व अवैध लाभ प्राप्त करते हुए उक्त घटना दिनांक को उक्त आरोपीगण के द्वारा एक राय कर षड्यंत्र पूर्वक धारदार हथियार व लठ्ठ आदि के साथ पूर्ण तैयारी कर भूमि पर अवैध आधिपत्य करने की दुष्नीयत से आये और उक्त वर्णित घटना को अंजाम दिया जिससे उक्त आरोपीगण के विरूद्ध सख्त से सख्त उचित कार्यवाही की जाना आवश्यक एवं न्यायोचित हैं।
आरोपीगण के द्वारा देवीलाल रावत मीणा एवं परिवार के सदस्यों को जबरन ही झुंठे केस में फसाया जा रहा हैं व शासन-प्रशासन को गुमराह किया जा रहा हैं जिसकी विधिवत् जाँच करवाई जाना आवश्यक है…!