जिले के मनासा विधानसभा वन अमला विभागीय जमीन को कब्जामुक्त कराने पहुंचा था। इस कार्रवाई के दौरान क्षेत्रीय विधायक की दबंगई का मामला का सामने आया है। उन्होंने कब्जाधारियों का साथ देते हुए वन अमला को ललकारते हुए कहा कि मैं सामने हथियार लेकर खड़ा होता हूं, फिर देखता हूं कौन सामने आता है। जानकारी के अनुसार गांव भदाना में गांधीसागर बांध निर्माण के बाद विस्थापितों का बसाया गया है। बरसों से यहां ग्रामीण खेती किसानीकर जीवन यापन कर रहे हैं। वन विभाग ने इसे अतिक्रमण बताकर पूरी पलटन के साथ कार्रवाई के लिए भदाना पहुंची। अतिक्रमण हटाने की सूचना मिलते ही ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। वन विभाग ने अतिक्रमण हटाने की मुहिम शुरू की तो ग्रामीणों ने विरोध किया। ग्रामीणों का कहना था कि वे बरसों से जमीन पर खेती कर रहे और विभाग दंड भी वसूलता है, जिसकी रसीद भी सभी के पास है। फिर भी बिना नोटिस की जा रही कार्रवाई को गलत बताया। वहीं वन विभाग का कहना है कि ग्रामीणों से दस्तावेज मांगे तो उपलब्ध नहीं करा रहे हैं। मामला तनातनी तक जा पहुंचा। इस बीच कांग्रेस नेता मंगेश संघई भी अपने सर्मथकों के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने कार्रवाई को रुकवा दिया लेकिन वन अमला गांव से हटने को तैयार नहीं था। इसकी जानकारी मनासा विधायक माधव मारू को मिली तो वे देर शाम मौके पर पहुंचे और जाते ही वन विभाग को जमकर लताड़ना शुरू किया। उन्होंने मौके पर मौजूद वन विभाग के अधिकारियों- कर्मचारियों को फटकारते हुए कहा कि क्या राजस्व विभाग के साथ मिलकर सीमांकन किया गया था? किसकी परमिशन से अतिक्रमण हटाने आये। उन्होंने विभागीय कर्मियों को जमकर धमकाया। फिर विधायक ने किसी अधिकारी को फोन लगाया और साफ कहा कि लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति निर्मित हो सकती है। वन विभाग मनमानी कर रहा है। गुस्से में विधायक फोन पर इतना तक बोल गए कि फिर मैं सामने खड़ा रहता हूं हथियार लेकर, देखता हूं सामने कौन आता है। विधायक के बिगड़े बोल का वीडियो वायरल हो गया। कोई इसे विधायक की दबंगई बता रहा है तो कोई जनता की आवाज उठाने वाला कदम।