
नीमच। मध्यप्रदेश और राजस्थान में जमीनों की फर्जी रजिस्ट्री और अनुबंध करने वाले गिरोह का सफाया करने में जुटी हुई है। पुलिस अधीक्षक अमित तोलानी के निर्देशन में नीमच सिटी थाना पुलिस काफी हद तक सफलता भी अर्जित की है। गिरोह का मुख्य सरगना बंशी बंजारा पिता सददा बंजारा निवासी सावनकुंड और कालू उर्फ शैलेंद्र उर्फ अजय पिता पप्पूदास बैरागी निवासी पिपलोन सलाखों के पीछे है, वहीं गिरोह के तीन अहम आरोपी फरार है, जिनके नीमच फोटो जारी किए गए है, ये आरोपी कुख्यात है, भूमिगत होकर चुपचाप गिरोह को चला रहे है।
गिरोह के फरार आरोपी गजेंद्रसिंह निवासी धिनवा राजस्थान, प्रहलाद बंजारा निवासी सावनकुंड और नकली भीमसिंह की सूचना कोई भी पुलिस को देता है तो उसे उचित ईनाम दिया जाएगा, वहीं सूचना देने वाले का नाम गौपनीय रखा जाएगा। इसके अलावा पुलिस ने ऐसे गिरोह से बचने की अपील भी जनहित में जारी की है, ये आरोपी नकली भूमि स्वामी को खडा कर फर्जी रजिस्ट्री व अनुबंध कर करोडों रूपए ऐंठ चुके है और बाद में पैसा लेकर गायब हो जाते है।
नीमच सिटी थाना पुलिस ने एमपी और राजस्थान में लंबे समय से सक्रिय इस गिरोह का पर्दाफाश नवंबर 2022 में कर दिया था। गिरोह के पैसे वाले लोगों पर नजर रहती थी और खासकर शहरी क्षेत्र के व्यापारियों पर, ताकि ये असली जमीन मालिक को पहचान न सके। कई भूमि स्वामियों के आधारकार्ड और जमीन की पावती तथा खसरा नकल ये साथ में रखकर चलते थे, मूल भूमि स्वामी का आधारकार्ड में लगा फोटो हटाकर नकली व्यक्ति का फोटो चिपका देते थे और उसे ही मूल स्वामी बताकर क्रेता से मिलवाते थे। नीमच के मुकेश जयप्रकाश के साथ भी कुख्यात डकैत बंशी बंजारा ने यही किया। गिरोह के सदस्य को पूरी कहानी समझाई और नकली व्यक्ति को खडा कर फर्जी रजिस्ट्री करवाकर 75 लाख रूपए ऐंठ लिए। थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद गिरोह के सदस्य भूमिभगत थे वहीं बंशी बंजारा उसके गांव सावनकुंड व मनासा में ही लोगों को झांसे में लेकर अपनी फर्जीवाडे की दुकानदारी चला रहा था। गिरोह के सदस्य शैलेंद्र उर्फ कालू को पहले ही नीमच सिटी पुलिस ने पकड लिया था वहीं बंशी बंजारा को पिछले माह पकडा था। पूछताछ के बाद बंशी बंजारा को कनावटी जेल भेज दिया। अब नीमच सिटी पुलिस को गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश है। इन्हें गिरफ्तार करने के लिए टीम बनाई गई है। बंशी बंजारा का साथी प्रहलाद बंजारा, गजेंद्रसिंह निवासी धिनवा और नकली भीमसिंह को पकडने के लिए लोगों की मदद ली जा रही है, आरोपी प्रहलाद बंजारा फर्जी रजिस्ट्री में गवाह बनता था वहीं फर्जी भूमि स्वामी का इंतजाम धिनवा का गजेंद्रसिंह करता था, गजेंद्रसिंह ने ही अन्य व्यक्ति को खडा कर उसे भीमसिंह बताकर पंजीयक कार्यालय में खडा किया था, बाद में पैसे मिलते ही ये गायब हो गए। आरोपी इतने शातिर है कि अपने-अपने दूसरों के आधारकार्ड पर खुद का फोटो लगाकर रखते थे, ताकि वे पहचान में न आए, पर पुलिस ने एक-एक करके गिरोह के पांच सदस्यों को पहचान लिया है वहीं अन्य सदस्यों के बारे में इनके पकड में आने के बाद खुलासा जाएगा।
गिरोह का भंडाफोड होने के बाद सावधान हुए लोग-
कुख्यात डकैत, जालसाझ बंशी बंजारा इस पूरे गिरोह का सरगना है, वह काफी सालों से सक्रिय था, पूरी अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की टीम बना रखी थी और अपने आप को जमीनों के मामले में सबसे बडा प्रापर्टी ब्रोकर बताते थे, लेकिन मूल काम इनका लोगों को चूना लगाना रहता था, गिरोह का फंडाफोड होने के बाद यह मामला मीडिया में उछला तो लोगों को समझ में आया कि इस तरह का फर्जीवाडा चल रहा है, लोग गिरोह से सावधान हुए और कुख्यात बंशी बंजारा सहित अन्य लोगों से दूरिया बनाई। सूत्र बताते है कि एमपी और राजस्थान में कई जगहों पर ऐसी वारदातों को इन्होंने अंजाम दिया है, धीरे-धीरे लोग निकलकर सामने आ रहे है।
इन नंबरों पर दे सूचना-
गिरोह के सदस्य प्रहलाद बंजारा, गजेंद्रसिंह धिनवा और नकली भीमसिंह सहित अन्य आरोपी फरार है, जो नीमच, चित्तौड़गढ़ सहित अन्य जगहों पर छिपे हुए है, इनकी सूचना नीमच सिटी थाने के नंबर 07423232102, नीमच सिटी थाना प्रभारी मोबाइल नंबर 7049142018, 7000320358 जांच अधिकारी असलम पठान मोबाइल नंबर 7415729794 पर कोई भी व्यक्ति इन आरोपियों के बारे में सूचना दे सकते है।
सूचना देने वाले को मिलेगा ईनाम-
शातिर बदमाश है, लोगों को झांसे में लेकर फर्जी अनुबंध व रजिस्ट्री करवाकर राशि ऐंठते थे, एसपी साहब के निर्देशन में इस गिरोह का सफाया किया जा रहा है, उन्हें सलाखों के पीछे डाला जा रहा है वहीं आर्थिक रूप से उनकी कमर भी तोडी जा रही है, अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति की जानकारी निकाली जा रही है। फरार आरोपी गजेंद्रसिंह, प्रहलाद बंजारा, नकली भीमसिंह के बारे में कोई भी जानकारी दे सकते है, उनका नाम गौपनीय रखा जाएगा वहीं ईनाम दिया जाएगा।