
-दुर्घटनाएं न हो, इसके लिए शहरी फोरलेन के दोनों तरफ सर्विस रोड़ बनाना अत्यंत आवयश्क-बाहेती
-कौन सा पुल होगा चौड़ा और शहर में कहां सड़क की चौड़ाई बढेगी, इसका कोई खुलासा नहीं
नीमच। भाटखेड़ा से डुंगलावदा तक बनाए जा रहे शहरी फोरलेन सड़क के निर्माण एमपीआरडीसी के अधिकारी आखिर क्यों सड़क निर्माण की जानकारी छिपा रहें है ?आलम यह है कि कई बार माँगने पर भी सड़क की डीपीआर तक उपलब्ध नहीं कराई जा रही है, जिसके कारण यह पता नहीं चल पा रहा है कि शहरी फोरलेन पर सर्विस रोड बनाया जा रहा है या नहीं ? कौन सा पुल चौड़ा होगा और शहर में कहा सड़क की चौड़ाई बढेगी…? जबकि फोरलेन पर हादसों को रोकने के लिए दोनों और सर्विस रोड़ बनाना भी अत्यंत जरुरी है, लेकिन शहरी फोरलेन को लेकर एमपीआरडीसी के अधिकारी कुछ भी बताने को तैयार नहीं है।
कांग्रेस के प्रदेश सचिव व जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती ने कहा कि नीमच की आगामी 10-15 वर्षों के भविष्य को देखते हुए डुंगलावदा से लेकर भाटखेड़ा तक सड़क के दोनों तरफ आवासीय और व्यावसायिक स्टेक्चर विकसित होगा,इसके अलावा इसी रोड़ पर कई शासकीय कार्यालय जिसमें कलेक्टर कार्यालय,जिला न्यायालय,जिला पुलिस लाइन, पीएम आवास,शासकीय मेडिकल कॉलेज,उसके आगे कनावटी पंचायत, ज्ञानोदय कॉलेज एवं कृषि उपज मंडी होने के साथ ही दूसरी और नीमच शहर का आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्र महू रोड़, हिंगोरिया,जमुनियाकला और अंत में भाटखेड़ा है। इन सभी जगह पर भारी आवागमन रहता है और भविष्य में शहरी फोरलेन का निर्माण होते ही यातायात तो बढेगा ही,उसके साथ ही वाहनों की गति में इजाफा होगा,जिसके कारण आए दिन हादसों की संभावना बनी रहेगी, जिसे देखते हुए शहरी फोरलेन पर दोनों तरफ कम से कम पांच मीटर चौड़ा सर्विस रोड़ अनिवार्य रूप से बनाए जाना चाहिए ,ताकि हादसों को रोका जा सकें। अगर पूरे फोरलेन रोड पर सर्विस रोड़ नहीं बनाया गया तो इस विभागों से निकलने वाली आम जनता फोरलेन पर ही आएगी जिससे निश्चित है कि आए दिन एक्सीडेंट के केस सुनने में आएंगे। श्री बाहेती ने कहा कि जिम्मेदारों को अभी इस मामले में गंभीरता दिखानी होगी। अन्यथा फोरलेन निर्माण के बाद कुछ नहीं हो पाएगा।
श्री बाहेती ने कहा कि भाटखेड़ा से डुंगलावदा चौराहा तक शहरी फोरलेन का निर्माण में अभी तक यह खुलासा नहीं हो पाया है कि शहर में सड़क की चौड़ाई कितनी होगी। क्योंकि डुंगलावदा,कनावटी के बाद शहर में भी ग्वालटोली से लेकर महू रोड़ पर कई निर्माण सड़क के किनारे हैं, जो स्पष्ट तौर पर फोरलेन की जद में आएंगे, लेकिन कितने फुट आएंगे, इसका भी कोई खुलासा नहीं कर रहें है।
सड़क-पुल और डिवाईडर की चौड़ाई का खुलासा नहीं-
कांग्रेस नेता श्री बाहेती ने कहा कि भाटखेड़ा से डुंगलावदा तक शहर में दो बड़े पुल है, जिनका निर्माण कुछ समय पहले ही हुआ है, दोनों पुल टूलेन सड़क के अनुरूप बने हुए हैं। ऐसे में संबंधित पुल चौड़े होंगे या उनके पास फोरलेन के लिए अतिरिक्त पुल का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा फोरलेन की सड़क कितनी चौड़ी बनेगी और उस पर डिवाईडर की क्या चौड़ाई रहेगी, इसको लेकर भी एमपीआरडीसी की ओर से कोई खुलासा नहीं किया गया है। श्री बाहेती ने कहा की आखिर ऐसा क्या कारण है जो एमपीआरडीसी के अधिकारी शहरी फोरलेन की डीपीआर देने को तैयार नहीं है। जबकि एमपीआरडीसी के उज्जैन कार्यालय को पत्र लिखने एवं कई बार अधिकारीयों से संपर्क करने के बाद भी एमपीआरडीसी के अधिकारी डीपीआर उपलब्ध नहीं करा रहें है। श्री बाहेती ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह से एमपीआरडी के अधिकारी शहरी फोरलेन की डीपीआर दबा के बैठे हैं और किसी को कुछ भी नहीं बता रहे है, इससे स्पष्ट है कि शहरी फोरलेन के निर्माण में आर्थिक अनियमिता के साथ ही भारी गड़बड़ी करने के प्रयास भी किए जा रहे है।
-विधायक के इशारे पर चल रहे अधिकारी
एमपीआरडी के अधिकारियों द्वारा शहरी फोरलेन की डीपीआर देने में बहाने बनाने को लेकर कांग्रेस नेता श्री बाहेती ने विधायक दिलीपसिंह परिहार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक के इशारे पर एमपीआरडी के अधिकारी चल रहे हैं, जो नीमच शहर की जनता को यह बताने को तैयार नहीं है कि आखिर 133 करोड़ के सड़क की डीपीआर में क्या-क्या प्लानिंग की गई है। श्री बाहेती ने कहा कि डीपीआर का खुलासा नहीं करने से यह तो स्पष्ट है कि भविष्य में डीपीआर में बदलाव कर बड़ा खेल किया जाएगा।
-पूर्व में अधिकारीयों ने करी थी गलती,बाद में सुधारी -बाहेती –
कांग्रेस के प्रदेश सचिव व नीमच जिला पंचायत सदस्य तरूण बाहेती ने कहा कि शासकीय विभाग के अधिकारी एवं इंजिनियर सभी काम सही कर रहे हैं यह जरूरी नहीं है। पूर्व में जब शहरी फोरलेन स्वीकृत हुआ था,तब उन्होंने हिंगोरिया फाटक पर बन रहे ओवर ब्रिज का मुद्दा उठाया था और बताया था कि फोरलेन की स्वीकृति के बाद भी शहरी हाईवे पर हिंगोरिया में टूलेन ओवर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है,जिससे नीमच के भविष्य को नुक्सान होगा। जिसके बाद जिम्मेदार विभाग ने करीब एक माह काम को बंद कर शहरी फोरलेन की ड्राईंग डिजाईन में बदलाव करते हुए हिंगोरिया ब्रिज की निचे भी मार्ग निकालने की ड्राइंग तैयार करी और अब उसी नई डिजाइन के अनुरूप काम होकर नीमच मंदसौर आवाज़ाही के लिए ब्रिज के नीचे सड़क निर्माण किया जा रहा है। वर्तमान में भी शहरी फोरलेन पर सर्विस रोड जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्था अत्यंत आवश्यक है क्योंकि फोरलेन जैसी बड़ी सड़को निर्माण रोज-रोज नहीं होता।