
समाजसेवी अशोक अरोरा पर हुए प्राणघातक हमले का मास्टरमाइंड कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी को माना जा रहा है. आज दोपहर को पुलिस ने बाबू सिंधी को गिरफ्तार कर पुलिस टीम उसका मेडिकल जांच हेतु जिला अस्पताल लेकर पहुंची । कुख्यात तस्करी के आरोप में सेंट्रल जेल में बंद कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी अपने बेटे की बीमारी का हवाला देकर हाईकोर्ट से 45 दिन की पैरोल पर छुटा था। आपकों बता दें कि 4 फरवरी को समाजसेवी अशोक अरोरा पर हुए जानलेवा हमले के बाद से ही कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी फरार चल रहा था। इसकी तलाश में पुलिस की टीमें कई जगह दबिश दे रही थी। मामले में जानकारी देते हुए एसपी अमित तौलानी बताया कि बाबू सिंधी को चिताखेड़ा के जंगलों से पुलिस ने पकड़ा है, जहाँ पुलिस को देख रहे भाग रहे बाबू को पहाड़ी से गिरने के दौरान पैरों में चोट भी आई है। वहीं इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के पीछे बाबू सिंधी का मकसद वर्चस्व की लड़ाई और खुद को डॉन साबित करना था। जिसके चलते जैल से पैरोल पर बाहर निकलते ही बाबू सिंधी ने समाज सेवी अशोक अरोरा की हत्या का षड्यंत्र रचा और शार्प शूटरों को हायर कर इस वारदात को अंजाम देने की योजना तैयार की। इस मामले में पुलिस अब तक कई लोगों को राउंड-अप कर चुकी है। जिसमें एक मुख्य नाम लक्की सिंहल का है। जिसने वारदात को अंजाम देने से पूर्व समाज सेवी अरोरा की रैकी वारदात में सन्दिग्ध तौर पर शामिल लोगों से फिलहाल पूछताछ जारी है।