नीमच। मध्यपदेश सहित पांच राज्यों के एग्जिट पोल हमारे सामने आ चुके है। इन एग्जिट पोल का देखकर नीमच में राजनीतिक हलचले तेज हो गई। वही 3 दिसंबर को चुनावी परिणाम आएंगे,उससे पहले ही दोनों दलों के प्रत्याशियों की नींद उड़ी हुई हैं। अपने अपने हिसाब से हार जीत का गणित लगाने में जुड़ गए हैं। अपने अपनी पार्टी के समर्थक अपने प्रत्याशी को जीत का आश्वासन दिलाते रहे। 30 नवम्बर की शाम 6 बजे से एग्जिट पोल आने के बाद से ही जीत का दावा कर रहे हैं। एग्जिट पोल में कोई काँग्रेस को जीताता हुआ नजर आया तो कोई भाजपा को बहुमत दिखाता हुआ नजर आया। इधर नीमच में एग्जिट पोल को लेकर राजनीतिक दलों के लोग अपने अपने समर्थित एग्जिट पोल के साथ खड़े दिखाई दिए।
किसके सर सजेगा जीत का ताज,3 दिसंबर को आएंगे चुनावी परिणाम,अटकलों का दौर जारी,
वही जावद विधान सभा सीट की बात करें तो 3 दिसंबर रविवार जो परिणाम आएंगे उसके बाद ही स्थति साफ होगी कौन हारेगा और कौन बाजी मारेगा ये तो रविवार को ही पता चलेगा लेकिन जैसे जैसे 3 दिसंबर की तारीख नजदीक आ रही हैं। वैसे वैसे प्रत्याशियों की सांसे फुल रही हैं। जावद विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला बना हुआ दिख रहा हैं।
लेकिन कांग्रेस के प्रत्याशी को इस चुनाव में ज्यादा फायदा होता दिख रहा हैं। इसके पीछे का कारण भाजपा के बागी होकर चुनावी मैदान में पूरण मल अहिर  का कूदना माना जा  रहा हैं। तो वही कांग्रेस प्रत्याशी समंदर पटेल को भीतर घात का डर सता रहा हैं। कांग्रेस से समंदर पटेल तो वहीं चार बार के विधायक  मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा मैदान में डटे रहे। समंदर औ सकलेचा के बीच यह कड़ा मुकाबला माना जा रहा है। तो वहीं मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा को इस बार के चुनावी में इनकी अग्नि परीक्षा मानी जा रही हैं। मंत्री सकलेचा अंतिम फैसले के इंतजार में है तो वहीं समंदर पटेल पहले की जीत का दावा ठोक रहे है। एग्जिट पोल से नीमच की सियासत में उबाल है।
नीमच विधानसभा में भाजपा कांग्रेस के बीच कांटे दार मुक़ाबला माना जा रहा है। तीन बार के विधायक दिलीपसिंह परिहार मैदान में थे। तो वही दूसरी ओर किसान नेता तीन दशको से सक्रिय कांग्रेस नेता उमरावसिंह गुर्जर थे। दोनों के बीच कड़ा कांटे दार मुक़ाबला माना जा रहा है। दोनों ही दावेदार अपनी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है। साथ ही  एग्जिट पोल के बाद दोनो की सांसे फुंली हुई हैं।
मनासा विधानसभा में कांग्रेस से पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा और विधायक अनिरूद्ध माधव मारू के बीच मुकाबला है। अनिरुद्ध माधव मारू बाहरी और स्थानीय के मुद्दे पर चुनाव लड़े और अपनी जीत का डंका परिणाम से पहले ही बजा रहा है। जबकि नरेंद्र नाहटा ने जीत का बड़ा दावा किया है।