नीमच। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से , विधानसभा निर्वाचन 2023 के लिए न घोषित निर्वाचन कार्यक्रम के अनुसार गुरुवार को नामांकन वापसी के अंतिम दिन दोपहर 3 बजे तक जिले 3 की तीनों विधानसभा क्षेत्र से सिर्फ 9 नाम वापसी हुई। इसके बाद फाइनल सूची तैयार कर प्रशासन ने चुनाव चिन्ह का आवंटन भी कर दिया है। अब शुक्रवार से चुनाव मैदान में डटे प्रत्याशियों का प्रचार तेज हो जाएगा। बता दें कि अब नीमच जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्र की सीटों पर अब 23 उम्मीदवार चुनाव में अपना भाग्य आजमाएंगे ।गुरुवार को नामांकन वापसी की प्रक्रिया के अंतिम दिन रूठों को मनाने के बाद प्रमुख पार्टी के नेता उन्हें रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय तक लेकर की पहुंचे। इस दौरान मनासा में 5, नीमच और जावद से 2-2 उम्मीदवार ने अपना फॉर्म उठा लिया है। जिसमें मनासा से पूर्व विधायक व भाजपा नेता विजेंद्रसिंह मालहेड़ा ने वरिष्ठ नेताओं की समझाइश के बाद फॉर्म वापस ले लिया। नीमच से ब्राह्मण चेहरा हिंदूवादी नेता शैलेश जोशी ने भी नाम वापस ले लिया है। जोशी ने कहा कि  मैंने राष्ट्र हित को देख भाजपा को  समर्थन दिया हैं।  में अपने राष्ट्र को परम वैभव पर पंहुचाना चाहता हूं। इसके बाद नीमच मनासा सीट में अब कोई प्रभावशील प्रत्याशी नहीं बचा और भाजपा-कांग्रेस के बीच  यहां सीधी टक्कर होने की संभावना है। इसके अलावा जावद में सबसे मजबूत बागी राजकुमार अहीर ने पूर्व सीएम कमलनाथ से फोन पर हुई बातचीत तथा जिला प्रभारी नूरी खान की समझाइश पर अपना फॉर्म वापस ले लिया । अहीर ने कहा कि कमलनाथजी राम हैं  तो मैं हनुमान हूं। रामजी जो कहेंगे मुझे करना है। मैं उन्हें सीएम के रूप में देखना चाहता हूं। अहीर के फार्म उठाने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी को जरूर मजबूती मिलेगी लेकिन जावद से भाजपा से टिकिट मांग रहे जनपद पंचायत सदस्य पूरणमल अहीर ने किसी की नहीं सुनी और अपने कार्यकर्ताओं की इच्छा के अनुसार चुनावी रण में डटे हुए हैं। जिससे भाजपा को नुकसान हो सकता है। पूरण अहीर के मैदान में रहने से यहां मुकाबला अब भाजपा कांग्रेस के साथ त्रिकोणीय होने की संभावना है। इसी के साथ जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्र की सीटों पर अब स्थिति स्पष्ट हो गई है। जिले की मनासा विधानसभा क्षेत्र से 6, नीमच विधानसभा क्षेत्र से 9 और जावद विधानसभा क्षेत्र से 8 उम्मीदवार मैदान में हैं