नीमच। बच्चों की फीस जमा नहीं हुई, तो एक निजी विद्यालय ने उन्हें परीक्षा में नहीं बैठने दिया। इसकी लिखित शिकायत परिजनों कलेक्टर मयंक अग्रवाल से की है। आश्वासन मिलने के बाद भी शिक्षा विभाग ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। मामला जावद तहसील की डीकेन नगर का है। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, कक्षा छठी की वार्षिक परीक्षाएं चल रही है। बताया जा रहा है कि स्कूल फीस जमा न करने पर परीक्षा नहीं देने दी  । इसको लेकर परिजनों ने कलेक्टर की जनसुनवाई में गुहार लगाई। कलेक्टर को दिए आवेदन में पीड़ित छात्र ने बताया कि मैं नैतिक पिता दिनेशचंद्र पाटीदार निवासी डिकेन कक्षा 6वीं का विद्यार्थी हूं। विगत 6 वर्षों से सरदार पटेल स्कूल डिकेन में पढ़ाई कर रहा हूं। मेरी फीस मेरे पापा एक साथ जमा करवाते है, रिजल्ट के समय आरटीआई में निःशुल्क में मेरा एडमिशन नहीं किया गया। सारे डॉक्यूमेंट दिए थे। मैं गरीबी रेखा की सूची में आता हूं। इसलिए मेरी फीस हर बार पिताजी आखिरी में जमा करते है। इस बार स्कूल संचालक ने मुझे परीक्षा में नहीं बैठने दिया । स्कूल की परीक्षा 15 मार्च से शुरू हो गई। में  पेपर देने स्कूल पहुंचा, तो मैम ने स्कूल फीस का बोला तो मैने मैम को कहा कि मेरे पिताजी स्कूल फीस 1 से 5 अप्रैल के बीच में जमा करवा देने। इसके बाद भी परीक्षा में नहीं बैठने दिया। वहीं स्कूल प्रबंधक रामचंद्र पाटीदार ने बताया कि छात्र स्कूल भी नहीं आ रहा था, पिछले सत्र की भी फीस बाकी है। इस सत्र की भी फीस बकाया है। पूरी जानकारी मुझे नहीं है, स्कूल पहुंचकर ही रिकॉर्ड देखने के बाद बता पाऊंगा।