चित्तौड़गढ़। निर्दलीय विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने बुधवार को अपने एक बयान से सियासी चर्चा छेड़ दी है। आक्या ने लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर कहा कि अगर कार्यकर्ता कहेंगे तो 100 प्रतिशत चुनाव लडूंगा। उनके इस बयान से राजनीतिक गलियारों में अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं। चित्तौड़गढ़ लोकसभा सीट से बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी उम्मीदवार हैं। कांग्रेस ने उदयलाल आंजना को टिकट दिया है।

आक्या ने 2023 में बीजेपी से बागी होकर विधानसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि चुनाव जीतने के बाद आक्या ने दिल्ली पहुंचकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को अपना समर्थन लेटर सौंपा था। इसमें उन्होंने लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जीत दिलाने में मदद करने की बात कही थी। अब विधायक ने अपने इस बयान से सबको चौंका दिया है। इस मामले को बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष और सांसद सीपी जोशी के साथ उनकी अदावत से जोड़कर देखा जा रहा है।

हम निर्दलीय है, कार्यकर्ताओं से चर्चा कर लेंगे फैसला-
जिला परिषद की मीटिंग के बाद आज मीडिया से बातचीत में आक्या ने कहा- हम निर्दलीय हैं। कार्यकर्ताओं से चर्चा की जाएगी कि आगे क्या करना है। किसको समर्थन देना है या आगे की रणनीति क्या होगी। अगर कार्यकर्ता कहेंगे तो 100 प्रतिशत चुनाव लडूंगा। इसमें कोई दो राय नहीं है। इसका सिचुएशन के हिसाब से फैसला लिया जाएगा। फिलहाल चर्चा चल रही है।

बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष पर लगा चुके हैं आरोप-
विधानसभा चुनाव को लेकर 21 अक्टूबर 2023 को भाजपा ने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की थी। इसमें चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट काट कर तत्कालीन विद्याधर नगर विधायक नरपत सिंह राजवी को उम्मीदवार बनाया था। इस बात से नाराज होकर आक्या ने बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि खुन्नस निकालने के लिए मेरा टिकट काटा गया है। प्रदेशाध्यक्ष ने जानबूझकर मेरा टिकट काटा है, जबकि पिछले दो बार के विधानसभा चुनाव में मैंने लगातार पार्टी को जीत दिलाई है।

जीत के बाद भाजपाइयों पर साधा था निशाना-
विधानसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट कटने के बाद आक्या ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। जीत के बाद आक्या ने कई मंडलों की सभा की थी। उसमें भी उन्होंने भाजपाइयों को कांग्रेस के साथ मिले होने का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि चुनाव में उन्हें हराने के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस को वोट डलवाए थे।