चीताखेड़ा । नीमच विधानसभा क्षेत्र से विधायक पद के लिए चुनाव से पहले टिकट के लिए दावेदारी के रूप में राजनीति में कोई गांव-गांव घर-घर कार्यकर्ताओं को टटोल रहे हैं तो कोई फेसबुक और व्हाट्सएप तथा समाचार पत्रों के माध्यम से सुर्खियों में बने हुए हैं तो कोई अपने पुराने घिसे पीटे दो चार वैशाखी रूपी कार्यकर्ताओं के सहारे नकली हंसी दिखा रहे हैं। तो कोई अपने पैतृक संपत्ति के धन बल पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। विगत 20 वर्षों से भूमिगत कांग्रेसी नेता एक बार फिर अपने सफेद कपड़ों की धूल चटक कर निकल पड़े हैं।

उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में विगत 20 वर्षों में 18सालों से भाजपा की सरकार बनी हुई है। नीमच विधानसभा क्षेत्र से विधायक का चुनाव लड़ चुके नेता पिछले 20 वर्षों से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के बीच से भूमिगत हो गए थे। अब प्रदेश में भाजपा की गतिविधियों के खिलाफ और कांग्रेस के पक्ष में चलती लहर को देख एक बार फिर चुनाव लड़ने की अपने जेहन में अपनी पैतृक संपत्ति के दम पर और अपने पुराने 2-4घीसे पीटे कार्यकर्ताओं के भरोसे चुनाव लडने की जिज्ञासा हिलोरे मारने लगी है।जिसे लेकर समाचार पत्रों में सुर्खियां बनने लगे हैं। पिछले 20 वर्षों में जितने भी चुनाव हुए हैं इन महाशय की गतिविधि हमेशा कांग्रेस पार्टी के ही वजूद दार नेताओं को निपटाने में ही माहिर रही हैं। वही एक नेता तो बिना पार्टी के आधार पर गैर राजनीतिक छोटा चुनाव क्या जीते खुद अपने आप को विधायक समझने लगे हैं और शेखचिल्ली की तरह विधायक बनने के सपने देखने लगे हैं कि मैं उसी तर्ज पर विधायक का चुनाव भी जीत जाऊंगा। वही एक नेता तो अपने पिताजी की पैतृक राजनीतिक के भरोसे उम्मीद लेकर मोबाइल व्हाट्सएप और फेसबुक के माध्यम से समाचारों की सुर्खियां बने हुए हैं कि मैं टिकट ले आऊंगा और विधायक का चुनाव जीत जाऊंगा लेकिन वैसे देखा जाए तो कार्यकर्ताओं के बीच में अभी अपना राजनीतिक वजूद नहीं बना पा रहे हैं। वैसे फिलहाल विधानसभा चुनाव 4 से 5 महीने दूर हैं। 20 वर्षों से कार्यकर्ताओं के बीच से जिवित संपर्क तोड़ चुके पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल एक बार फिर भाजपा के खिलाफ और कांग्रेस के पक्ष में चलती लहर को देख अपने जेहन में चुनाव लड़ने की जिज्ञासा हिलोरे मारने लगी है।
नीमच विधानसभा क्षेत्र से अंग्रेज पार्टी में अगर कोई इन नेताओं में उम्मीदवारों में से चुनाव जीतने लायक है तो वह हैं 20 वर्षों से कांग्रेस एवं किसानों के बीच जिंदा संपर्क रखने वाले किसान नेता उमराव सिंह गुर्जर ही एक ऐसे नेता है जो विधायक का चुनाव पार्टी की झोली में डाल सकते हैं। भाजपा के 18 वर्षों की क्रुरता पूर्वक जनविरोधी नीतियों के चलते पूरी तरह से विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी गरीब किसानों की लड़ाई लड़ते रहे हैं। पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल द्वारा गांव गांव में अपने समर्थकों को पार्टी संगठन के पदों पर विराजमान कर रखा है जो कि कांग्रेस हित में संगठन को मजबूत करने के बजाए सत्ता का सुख भोगने में मदमस्त हैं। संगठन में बैठे ऐसे ही लोगों के भरोसे फिर चुनाव लड़ें तो एक बार फिर नीमच विधानसभा की सीट भाजपा की झोली में जा सकती हैं।